अच्छी सरकार व समावेशी सरकार से इनका कोई सरोकार नहीं है । बादल आए बरसे नहीं तो उसके आने का औचित्य क्या है ? मुख्यमंत्री जी सैफई आए, स्वागत, आए थे तो सैफई का बंद पड़ा दूसरा ऑक्सिजन प्लांट चलवा देते,बेड़ों की संख्या बढ़वा देते । मुख्यमंत्री हैं कोई छोटे मोटे व्यक्ति तो है नहीं, हमारे नेता शिवपाल जी के पत्र और संघर्ष की घोषणा के बाद एक प्लांट चला था । राजदंड आपके हाथ में हैं, वे भ्रष्ट अधिकारी जिनके कारण जनता परेशान व शोषित है , त्राहिमाम व आर्तनाद कर रही है, उन अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही कर देते , कार्यवाही नहीं कर सकते थे तो कार्यवाही का संकेत ही दे देते ।
आप समाजवाद पर कैसे निशाना लगा सकते हैं । किसी दल पर लगा सकते हैं । समाजवाद भारतीय लोकजीवन का प्राण वायु हैं । यह महात्मा गांधी का आदर्श है । खुद भाजपा के संविधान के धारा 1 के उपखंड 3 में समाजवाद को अपना लक्ष्य घोषित किया गया है । भाजपा प्रवक्ता ने अपनी बारी में जवाब नहीं दिया, जब मेरी बारी आई तो रव करने लगे, रव की संस्कृति रावणी संस्कृति होती है.......